“तेरे चेहरे में कायनात“
हुस्न की तारीफ क्या करूँ,
तेरे चेहरे में हर बात है।
किसी और की क्या जरूरत है,
जब तेरे चेहरे में पूरी कायनात है।
“तेरे ख्यालों में सुकून”
“तू मिले या न मिले ये मेरे मुकद्दर की बात है,
सुकून बहुत मिलता है तुझे अपना सोचकर।
जिंदगी में तेरी कमी का एहसास होता है,
हर पल तेरा इंतजार कुछ खास होता है”
“दर्द से सुकून तक का इश्क़”
“मोहब्बत की राहों में आकर देखो,
हर दर्द मिट जाएगा।
इश्क़ की चादर में लिपट कर देखो,
हर ग़म सुकून में बदल जाएगा।”
तेरे हुस्न की बयां मैं क्या करूँ,
हर लम्हा तेरे ख्यालों में बसा है।
तेरे चेहरे की रोशनी में,
सारा जहां जैसे छिपा है।
तेरे बिना अधूरी सी है हर बात,
तेरी हंसी से महका है मेरा साज।
कायनात की सुंदरता है तुझमें समाई,
तेरे इश्क़ में है दिल का सुकून और आज़ाद।
तेरी आँखों में जो जादू है,
उसे हर कोई समझ न पाए।
जब तू पास हो, सब गम भुला दूँ,
तेरे चेहरे की रोशनी में खुद को खो दूँ।
दर्द से सुकून की ये कहानी,
तेरे प्यार में बसी है ज़िंदगानी।
तू ही है मेरा सब कुछ,
तेरे बिना अधूरा है ये नज़ारा, ये ज़मानी।
तेरे चेहरे में बसी है सारी कायनात,
तेरी खुशबू में खो जाऊँ हर रात।
तू जब साथ हो, सब कुछ है आसान,
तेरे इश्क़ की राह में हर कदम है जन्नत की बात।